Saturday, September 5, 2009

हम भी खो गए

वेहम-ओ-गुमान से दूर दूर
यकीन की हद के पास पास
दिल को भरम यह हो गया
उनको हम से प्यार है


Thats how love stories begin...

Some songs I love. I wish they could come without the videos...

This one is from Kagaz ke Phoon written by Kaifi Azmi by Geeta Dutt.



...तुम भी खो गए, हम भी खो गए
एक राह पर चल के दो कदम...

...बुन रहे है दिन, ख्वाब दम-बा-दम...

Then Gulzaar from Masoom. I like Lata's rendition better, but canot find it.



...ज़िन्दगी तेरे गम ने हमें रिश्ते नए समझाये
मिले जो हमें धुप मैं मिले छाँव के ठंडे साए...

And Gulzaar again from Aandhi...




And Kaifi Azmi...

क्या ले के मिलें अब दुनिया से, आंसू के सिवा कुछ पास नहीं
या फूल ही फूल थे दामन में, या काँटों की भी आस नहीं

वक़्त है महरबान, आरजू है जवान
फ़िक्र कल की करें, इतनी फुर्सत कहाँ
दौर ये चलता रहे, रंग उछलता रहे
रूप मचलता रहे, जाम बदलता रहे

रात भर महमान हैं बहारें यहाँ
रात गर ढल गयी फिर ये खुशियाँ कहाँ
पल भर की खुशियाँ हैं सारी
बढ़ने लगी बेक़रारी

उड़ जा प्यासे भंवरे, रस ना मिलेगा खारों में
कागज़ के फूल जहां खिलते हैं, बैठ ना उन गुलज़ारों में
नादान तमन्ना रेती में, उम्मीद की कश्ती कहेती है

बिछडे सभी बारी बारी

1 comment:

  1. was almost abt to write the smae thing in my blogspot
    almost

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